Wednesday, May 8th, 2024

ग्रीष्मअवकाश में 7000 प्रोफेसर लेंगे विद्यार्थियों की परीक्षाएं, राजभवन से आदेश जारी

भोपाल
राजभवन ने प्रदेश में कार्यरत 7000 प्रोफेसरों के ग्रीष्म अवकाश को निरस्त कर दिया है। वे इस दौरान विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेने पेपर तैयार करेंगे। उनकी परीक्षाएं लेने के बाद उनका वैल्यूशन करेंगे। ग्रीष्मअवकाश को संकट में देखते हुए प्रोफेसर विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने की मांग कर रहा है, जिसे राज्यपाल लालजी टंडन ने देने से इंकार कर दिया है।

लाकडाउन खुलने के बाद उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एकेडमिक कैलेंडर के बाद 18 मई से प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसरों का गीष्मअवकाश शुरू हो जाएगा। चालीस दिन के अवकाश 26 जून को खत्म होंगे। राजभवन ने 7000 प्रोफेसरों के ग्रीष्मअवकाश को रद्द कर दिया है। राजभवन ने 7000 प्रोफेसरों को आदेशित किया गया है कि लाकडाउन खत्म होने के बाद अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर परीक्षा कार्य करने के साथ वैल्यूशन करने का कार्य करेंगे। यहां तक प्रवेश प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।

11 जून से होंगे प्रवेश
विभाग प्रदेश के 1405 निजी, सरकारी, अनुदान प्राप्त और अल्पसंख्यक कालेजों में 11 जून से स्नातक के प्रथम वर्ष और बीस जून से स्नातकोत्तर के प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश कराने काउंसलिंग शुरू करेगा।  काउंसलिंग में विद्यार्थियों सत्यापन मुक्त रखा गया है। उन्हें प्रवेश मेरिट आधार परदिए जाएंगे।

तीन मई बाद दिशा निर्देशों के बाद स्नातक के अंतिम और सेमेस्टर की परीक्षाएं बिना किसी अंतराल के शुरू होंगी। इसी बीच प्रोफेसर का ग्रीष्मअवकाश शुरू होना है। इसलिए अपने अवकाश को बचाने के लिए विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं, तो वे अवकाश के दौरान परीक्षा और वैल्यूशन से बच सकें। राजभवन ने उनकी जनरल प्रमोशन की मांग को सिरे से निरस्त कर दिया है।

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